जीवन में कभी न कभी ऐसा मोड़ आता है, जब हम आत्मविश्वास खोने लगते हैं। ऐसे में हमें ऐसे विचारों या मार्गदर्शक की आवश्यकता पड़ती है, जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करे। दुनिया को जय जवान जय किसान का नारा देने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के विचार ऐसे हैं, जो युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। आज शास्त्री जी हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके ये महान विचार सदा हमारा मार्गदर्शन करेंगे।
वैसे आपको जानकारी तो होगी ही की आज के दिन यानी 2 अक्टूबर को हम गांधी जंयती मनाते हैं। बापू के अलावा इस दिन देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती भी मनाई जाती है। उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में दो अक्टूबर, साल 1904 को जन्मे शास्त्री का भी देश की आजादी में बहुत बड़ा योगदान रहा है। वे साल 1920 यानी 16 साल की उम्र में ही भारत की आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए थे। आज देश के तीसरे प्रधानमंत्री जयंती के मौके पर हम एक-एक करके आपको उनके कुछ अनमोल विचार बताने जा रहे हैं।
-जब स्वतंत्रता और अखंडता खतरे में हो, तो पूरी शक्ति से उस चुनौती का मुकाबला करना ही एकमात्र कर्त्तव्य होता है, हमें एक साथ मिलकर किसी भी प्रकार के अपेक्षित बलिदान के लिए दृढ़तापूर्वक तत्पर रहना है।
-आज़ादी की रक्षा केवल सैनिकों का काम नही है, पूरे देश को मजबूत होना होगा।
-जो शासन करते हैं उन्हें देखना चाहिए कि लोग प्रशासन पर किस तरह प्रक्रिया करते हैं। अंतत: जनता ही मुखिया होती हैं।
-मुझे ग्रामीण क्षेत्रों, गांवों में, एक मामूली कार्यकर्ता के रूप में लगभग पचास वर्ष तक कार्य करना पड़ा है, इसलिए मेरा ध्यान स्वतः ही उन लोगों की ओर तथा उन क्षेत्रों के हालात पर चला जाता है। मेरे दिमाग में यह बात आती है कि सर्वप्रथम उन लोगों को राहत दी जाए। हर रोज, हर समय, मैं यही सोचता हूं कि उन्हें किस प्रकार से राहत पहुंचाई जाए।
– लोगों को सच्चा लोकतंत्र या स्वराज कभी भी असत्य और हिंसा से प्राप्त नहीं हो सकता है।